छठ पूजा Chhath Pooja 2023:महत्व शुभ महूर्त सामग्री पूजन विधि

- छठी माता ब्रह्रााजी की मानस पुत्री माना जाता है। - छठ माता को भगवान सूर्य की बहन भी माना जाता है। - छठ माता को देवी दुर्गा के छठे स्वरूप मां कात्यायनी भी माना गया है। -संतान की लंबी आयु और आरोग्यता के लिए छठ माता की विशेष पूजा आराधना की जाती है।

जानिए कौन है छठी मां?

इस साल कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि की शुरुआत 18 नवंबर दिन शनिवार को सुबह 09 बजकर 18 मिनट से हो रही है। इस तिथि का समापन अगले दिन 19 नवंबर दिन रविवार को सुबह 07 बजकर 23 मिनट पर होगा। उदयातिथि के अनुसार छठ पूजा 19 नवंबर को है।

छठ महापर्व पूजा शुभ मुहूर्त

नए वस्त्र, बांस की दो बड़ी टोकरी या सूप, थाली, पत्ते लगे गन्ने, बांस या फिर पीतल के सूप, दूध, जल, गिलास, चावल, सिंदूर, दीपक, धूप, लोटा, पानी वाला नारियल, अदरक का हरा पौधा, नाशपाती, शकरकंदी, हल्दी, मूली, मीठा नींबू, शरीफा, केला, कुमकुम, चंदन, सुथनी, पान, सुपारी, शहद, अगरबत्ती, धूप बत्ती, कपूर, मिठाई, गुड़, चावल का आटा, गेहूं।

छठ पूजा सामग्री